2024-08-08 18:40:38
गुडग़ांव : हरियाली तीज पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने वाला पर्व है। इस पर्व को सुहागिनों ने बुधवार को शहर के विभिन्न मंदिरों में जाकर विधिवत रुप से भगवान शिव व मां पार्वती की पूजा-अर्चना कर अपने पति की दीर्घायु की कामना भी की। सुहागिनों ने 16 श्रृंगार धारण कर मां पार्वती की कथा भी सुनी। पति को परमेश्वर मानने की परंपरा सदियों से चली आ रही है और पति की रक्षा व दीर्घायु के लिए युग-युगांतरों से पत्नियां प्रार्थना व उपासना करती रही हैं। सुहागिनों ने व्रत रखा और सामूहिक रुप से पूजा भी की। इस व्रत को कठिन व्रतों में से एक माना जाता है और इसे भगवान शिव और माता पार्वती को भी समर्पित किया गया है। मंदिरों में महिलाओं का तांता लगा रहा। अविवाहित युवतियों ने भी सुयोग्य पति की चाह में हरियाली तीज का व्रत रखा और भगवान शिव व मां पार्वती से सुयोग्य वर की कामना भी की। शहर के सभी मंदिरों व घरों स्थित मां पार्वती व भगवान शिव की पूजा-अर्चना दिनभर चलती ही रही। सुहागिनों ने मां पार्वती के जीवन में घटित हुई कथा को बड़े उत्साह से सुना। कहा जाता है कि इस कथा को सुनने से मां पार्वती के त्याग, संयम, धैर्य और पतिव्रत धर्म को धारण कर व्रती महिलाओं का मनोबल ऊंचा उठता है। शास्त्रों के अनुसार देवी पार्वती ने भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर भगवान शिव की आराधना की थी, तभी से भाद्रपद शुक्ल तीज को सुहागिनें अपने पति की दीर्घायु के लिए व अविवाहित कन्याएं मनवांछित वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती आ रही हैं। सैक्टर 4 स्थित श्रीकृष्ण मंदिर में मंदिर संचालन कमेटी द्वारा झूले की व्यवस्था भी की गई थी। महिलाओं ने पारंपरिक मल्हार गाते हुए झूला भी झूला। ऐसी व्यवस्था शहर के अन्य मंदिरों में भी की गई।