2025-01-07 15:27:05
नई दिल्ली : दिल्ली में पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. पिछली बार की तरह इस बार भी मतदान एक चरण यानि एक दिन में ही होगा. वहीं मतगणना 08 फरवरी को होगी. दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव के शेड्यूल की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के तहत सोमवार को अंतिम मतदाता सूची जारी की गई है. इस बार दिल्ली में कुल 1,55,24,858 मतदाता पंजीकृत हैं, जिसमें 29 अक्टूबर 2024 को प्रकाशित ड्राफ्ट मतदाता सूची की तुलना में 1.09 फीसद की वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया, इस बार कुल पुरुष मतदाता 83,49,645 हैं, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 71,73,952 और थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1,261 है. पिछले वर्ष के मुकाबले मतदाताओं की संख्या में 1.67 लाख की शुद्ध वृद्धि हुई है. इस विधानसभा चुनाव में महिलाओं की भूमिका अहम रहेगी. इस बार 18-19 आयु वर्ग के 52,554 मतदाता पहली बार जोड़े गए हैं. चुनाव आयोग को 16 दिसंबर, 2024 के बाद केवल 20 दिनों में 5.1 लाख फॉर्म-6 प्राप्त हुए, जो नए मतदाताओं के नामांकन के लिए आवेदन थे. यह संख्या अप्रत्याशित है और इसकी जांच के लिए चुनाव आयोग ने सख्त निर्देश जारी किए हैं. दिल्ली में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मतदाता पहचान पत्र बनवाने की शिकायतें आईं थी. इसे चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया था. चुनाव आयोग ने मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए झूठे और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने के मामलों में 24 लोगों के खिलाफ आठ एफआईआर दर्ज की है. आयोग ने चेतावनी दी है कि इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
1.55 करोड़ से अधिक वोटर्सः मुख्य चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में इस समय 1.55 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड वोटर्स हैं. इनमें से 83.49 लाख पुरुष औऱ 71.74 लाख महिला वोटर्स हैं. उन्होंने बताया कि युवा वोटर्स (20 से 21 वर्ष के) की संख्या 28.89 लाख हैं. पहली बार वोटिंग के पात्र युवा वोटर्स की संख्या 2.08 लाख है.वोटिंग के लिए पोलिंग स्टेशन के बारे में बताते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राजधानी दिल्ली के 2,697 स्थानों पर कुल 13,033 पोलिंग बूथ होंगे और इनमें से 210 मॉडल पोलिंग सेंटर होंगे.
पिछले चुनाव में क्या रहा था परिणाम
राजधानी दिल्ली में 5 साल पहले 2020 के विधानसभा चुनाव के तहत 8 फरवरी को वोटिंग कराई गई थी जबकि वोटों की गिनती 11 फरवरी को हुई थी. तब के चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और 62 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी ने 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और उसे 8 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. हालांकि कांग्रेस लगातार दूसरी बार अपना खाता यहां पर नहीं खोल सकी थी.जबकि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भी अरविंद केजरीवाल की AAP ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था. 2012 में गठित आम आदमी पार्टी को 70 में से रिकॉर्ड 67 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस और अन्य दल अपना खाता नहीं खोल सके थे. साल 2014 से अब तक हुए 3 लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने दिल्ली में अपना दबदबा बनाए रखा है और सभी सात सीटों पर कब्जा बरकरार है. एक बार फिर दिल्ली में आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है. दिल्ली विधानसभा में बहुमत के लिए 36 विधायकों की आवश्यकता है.
संवाददाता : रमण श्रीवास्तव