2024-12-30 12:46:31
पटना : बिहार लोक सेवा आयोग संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने रविवार को लाठीचार्ज किया. पटना में होटल मौर्या के पास जेपी गोल चक्कर पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन भी चलाया. मामले पर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोला
राजद ने दिन रविवार को नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोला. प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज करने के लिए बिहार सरकार की आलोचना राष्ट्रीय जनता दल नेता तेस्जवी यादव ने की. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रदर्शनकारी बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस की कार्रवाई को दुखद बताया और इसकी निंदा की. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 29 दिसंबर, 2024 दिन रविवार को एक वीडियो बयान में कि यह बहुत दुखद है कि पुलिस ने बीपीएससी अभ्यर्थियों की पिटाई की. इसमें कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं. हम इसकी निंदा करते हैं. जो दृश्य सामने आए हैं, वे दुखद हैं. मैं एक युवा हूं और उनकी स्थिति को समझ सकता हूं. तेजस्वी यादव ने बीपीएससी द्वारा सिर्फ एक केंद्र की प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने पर भी सवाल उठाए, जहां पेपर लीक हुआ था. उन्होंने कहा कि 15-16 दिसंबर को बीपीएससी ने एक केंद्र की परीक्षा रद्द करने की घोषणा की थी. अगर पेपर लीक हुआ था, तो सिर्फ एक केंद्र की परीक्षा क्यों रद्द की जा रही है? यह एक तरह का सामान्यीकरण है. इसलिए छात्र दोबारा परीक्षा के लिए विरोध कर रहे हैं. मैं भी इसका समर्थन करता हूं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि जब वह पटना पहुंचे थे तो उस दिन भी सबसे पहले गर्दनिबाग अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे थे. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि अभी अभ्यर्थियों से मिलने के बाद मैने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. राजद नेता ने कहा कि हम भी सरकार में रह चुके हैं और हमें वो सिस्टम भी पता है कि अगर आंदोलन को कुचलना है तो कैसे कुचला जाता है? राजद नेता ने कहा कि बीपीएससी आयोग कुछ नहीं है. आयोग के अध्यक्ष को किसने बनाया मुख्यमंत्री ने बनाया? मुख्यमंत्री अगर चाहे तो 2 मिनट में आयोग के अध्यक्ष को बदल सकते हैं, लेकिन नीतीश कुमार ऐसा नहीं करेंगे. इस सर्दी में अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुआ है, लोगों का दिल दहल जाना चाहिए.
कांग्रेस ने कहा, “पहले बिहार सरकार ने भीषण ठंड में युवाओं पर वॉटर कैनन चलवाया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस ने कहा, “पहले बिहार सरकार ने भीषण ठंड में युवाओं पर वॉटर कैनन चलवाया, फिर बेरहमी से लाठी चलवाई. पुलिस ने किसी को भी नहीं बख़्शा.. बस ताबड़तोड़ तरीके से लाठियां बरसाती रही. बिहार में बेरोजगार युवा बीपीएससी परीक्षा में धांधली के खिलाफ कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है. सरकार को अहंकार छोड़कर युवाओं से बात करनी चाहिए, उनकी मांग माननी चाहिए.
प्रशांत किशोर के कहने पर गांधी मैदान पहुंचे छात्र?
जन सुराज पार्टी (जेएसपी) के संस्थापक प्रशांत किशोर के छात्र संसद के आह्वान पर हजारों बीपीएससी अभ्यर्थी सुबह ही गांधी मैदान में इकट्ठे हो गए और राज्य की राजधानी पटना में जेपी गोल चक्कर के पास धरना दिया. उन्होंने 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा की फिर से जांच की मांग की. गतिरोध पर चर्चा के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने की मांग पर अड़े बीपीएससी अभ्यर्थियों ने जेपी गोल चक्कर के पास पुलिस के लगाए गए दो बैरिकेड तोड़ दिए. गांधी मैदान में पुलिसकर्मियों और बीपीएससी अभ्यर्थियों के बीच झड़प भी हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
प्रशांत किशोर के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
वहीं, प्रशांत किशोर के साथ-साथ जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर मामला दर्ज कर लिया गया है. इन पर अभ्यर्थियों को उकसाने, सड़क पर लाने और हंगामा कराने जैसे कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है. प्रशांत किशोर सहित 19 से ज्यादा लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. 600 से अधिक अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है क्योंकि गांधी मैदान में प्रशासन ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी.
बीपीएससी का क्या कहना है
आपको बता दे कि बीपीएससी ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा था कि किसी भी केंद्र की परीक्षा रद्द करने का निर्णय आयोग द्वारा संबंधित जिला प्रशासन द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के आधार पर लिया जाता है. परीक्षा राज्य भर में 912 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और उनमें से 911 केंद्रों पर स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित की गई थी. आयोग ने 13 दिसंबर को उपद्रवी उम्मीदवारों द्वारा किए गए हंगामे के कारण पटना के कुम्हरा इलाके में बापू परीक्षा परिसर में आयोजित सीसीई की प्रारंभिक परीक्षा रद्द कर दी. बिहार भाजपा प्रमुख दिलीप जायसवाल ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के चल रहे विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए शनिवार को संवाददाताओं से कहा था, राज्य सरकार छात्रों के प्रति बहुत संवेदनशील है, लेकिन उन्हें ठोस सबूतों के साथ सामने आना चाहिए कि 13 दिसंबर का पेपर लीक हुआ था. विपक्षी दल बस इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं और वे छात्रों को भी भड़का रहे हैं.
संवाददाता : रमण श्रीवास्तव