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प्रधानमंत्री मोदी ने अक्षयवट पर पूजा अर्चना की, जनकल्याण के लिए आशीर्वाद मांगा , संगम नगरी को 6670 करोड़ रुपये की दी सौगात

महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने पीएम नरेंद्र मोदी प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गंगा में क्रूज का आनंद लिया। भव्य और दिव्य महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे पीएम मोदी ने संगम नगरी को 6670 करोड़ रुपये की सौगात देंगे। प्रयागराज पहुंचे पीएम मोदी ने साधु-संतों से भी मुलाकात की।
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2024-12-13 18:52:32

महाकुंभ नगर : उत्तर प्रदेश में महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन को सुनिश्चित करने, वैश्विक कल्याण को बढ़ावा देने, विश्व शांति को बढ़ावा देने और भारत की समृद्धि और प्रयागराज आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की आध्यात्मिक यात्रा के लिए आशीर्वाद मांगने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अक्षयवट का दर्शन किया और पवित्र पूजा-अर्चना की। यजमान के रूप में पीएम मोदी ने संगम तट पर पूजा-अर्चना की और बाद में पूजनीय अक्षयवट पर पूजा-अर्चना की। महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के लिए आशीर्वाद मांगते हुए उन्होंने पवित्र वृक्ष के समक्ष माथा टेका, अनुष्ठान किए और सकारात्मक ऊर्जा और दैवीय कृपा का आह्वान करने के लिए एक दीप जलाया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अक्षयवट पर प्रदक्षिणा की और पूरे विश्व की खुशहाली की प्रार्थना की। अपने दौरे के दौरान पीएम ने स्थल के आसपास कॉरिडोर विकास परियोजनाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने महाकुंभ के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुलभ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए किए गए प्रयासों का आकलन किया। अक्षयवट को प्रयागराज के रक्षक देवता भगवान विष्णु की वेणी माधव का अवतार माना जाता है। उल्लेखनीय है कि महाकुंभ 2025 से पहले अक्षयवट कॉरिडोर का विकास पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और सीएम योगी के कुशल क्रियान्वयन के तहत किया गया है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अक्षयवट पर पूजा-अर्चना की और भारत के लिए अनंत आशीर्वाद की कामना की तथा वैश्विक आध्यात्मिक नेता के रूप में देश की स्थिति को मजबूत किया। मान्यता के अनुसार, अक्षयवट की जड़ों में सृष्टिकर्ता भगवान ब्रह्मा, बीच में वेणी माधव के रूप में भगवान विष्णु और शीर्ष पर भगवान शिव का वास माना जाता है। इसे समुद्र मंथन से प्राप्त 14 दिव्य रत्नों में से एक दिव्य इच्छा-पूर्ति वृक्ष (कल्पवृक्ष) का भी हिस्सा माना जाता है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, अक्षयवट को आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र माना जाता है जो सभी प्रकार की सफलता प्रदान करता है। यद्यपि मुगल और ब्रिटिश काल के दौरान इसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन यह कम नहीं हुआ और सनातन धर्म के ध्वजवाहक के रूप में दुनिया भर में अपनी पहचान को मजबूत करते हुए खड़ा है। यह भी माना जाता है कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद अयोध्या लौटते समय भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान से अक्षयवट के दर्शन करने गए थे। अक्षयवट पर तीनों की मूर्तियों की पूजा की जाती है। अक्षयवट पूजन और प्रार्थना समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थे।

संगम नगरी को 5500 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण

पीएम नरेंद्र मोदी संगम नगरी को 5500 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण किया। महाकुंभ को लेकर राज्य सरकार की ओर से कई परियोजनाओं को पूरा कराया गया है। पीएम मोदी ने प्रयागराज में महाकुंभ तैयारियों का जायजा लेने के बाद जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि विश्व का इतना बड़ा आयोजन हो रहा है। 45 दिनों के आयोजन में हर रोज लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत और सेवा की तैयारी है। लगातार 45 दिनों तक चलने वाला महायज्ञ है। एक नया नगर बसाने के महाअभियान के माध्यम से प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास रचा जा रहा है।

प्रयाग का बताया अर्थ

पीएम मोदी ने कहा कि हमारा भारत पवित्र स्थलों और तीर्थों का देश है। ये गंगा, यमुना, सरस्वती, कावेरी और नर्मदा जैसी अनगिनत पवित्र नदियों का देश है। इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, इन अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, जो महात्म्य है, उनका संगम, उनका समुच्चय, उनका योग, उनका संयोग, उनका प्रभाव, उनका प्रताप ये प्रयाग है। प्रयाग वो है, जहां पग-पग पर पवित्र स्थान हैं, जहां पग-पग पर पुण्य क्षेत्र हैं ये केवल तीन पवित्र नदियों का ही संगम नहीं है। पीएम ने कहा कि प्रयाग के बारे में कहा गया है, माघ मकरगत रबि जब होई। तीरथपतिहिं आव सब कोई। अर्थात जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं, सभी दैवीय शक्तियां, सभी तीर्थ, सभी ऋषि, महाऋषि प्रयाग में आ जाते हैं। ये वो स्थान जिसके प्रभाव के बिना पुराण पूरे नहीं होते। प्रयागराज वो स्थान है, जिसकी प्रशंसा वेद की ऋचाओं में की गई है।

कर्मियों के कार्य की तारीफ

महाकुंभ के आयोजन में लगे कर्मियों के कार्य की तारीफ भी पीएम मोदी ने की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में संगम की इस पावन भूमि को मैं श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। महाकुंभ में पधार रहे सभी साधु-संतों को भी नमन करता हूं। पीएम ने कहा कि महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिनरात परिश्रम कर रहे कर्मचारियों, श्रमिकों और सफाईकर्मियों का मैं विशेष रूप से अभिनंदन करता हूं।

पूरी दुनिया में होगी चर्चा

पीएम मोदी ने कहा कि महाकुंभ एकता का ऐसा महायज्ञ होगा, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। मैं इस आयोजन की भव्य और दिव्य सफलता की आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं। पीएम ने कहा कि हमारा भारत पवित्र स्थलों और तीर्थों का देश है। ये गंगा, यमुना, सरस्वती, कावेरी और नर्मदा जैसी अनगिनत पवित्र नदियों का देश है। पीएम ने कहा कि इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, इन अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, जो महात्म्य है, उनका संगम, उनका समुच्चय, उनका योग, उनका संयोग, उनका प्रभाव, उनका प्रताप ये प्रयाग है। प्रयाग वो है, जहां पग-पग पर पवित्र स्थान हैं, जहां पग-पग पर पुण्य क्षेत्र हैं।

महाकुंभ की दी जानकारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीर्थराज प्रयागराज की पावन धरा पर त्रिवेणी संगम में पूजा अर्चना कर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहे महाकुंभ के सफल आयोजन की कामना की। पीएम मोदी ने इस अवसर पर गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी की आरती कर वैश्विक कल्याण का भी संकल्प लिया। तीर्थ पुरोहितों के द्वारा वैदिक मंत्रों के बीच पूरा कार्यक्रम संपन्न कराया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने त्रिवेणी में अक्षत, चंदन, रोली, पुष्प और वस्त्र भी अर्पित किए। इससे पूर्व पीएम मोदी ने प्रमुख साधु संतों का आशीर्वाद भी लिया। इस अवसर पर पीएम के साथ सीएम योगी और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौजूद रहीं।

निषादराज क्रूज से संगम तट पर पहुंचे पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निषादराज क्रूज पर सवार होकर संगम नोज पर पहुंचे। किला घाट पर फ्लोटिंग जेटी से होते हुए वो क्रूज पर सवार हुए। व्हाइट कुर्ता-पजामा, ब्लू जैकेट, मैरून कलर की शॉल पहने पीएम मोदी ने क्रूज पर सवार होने के बाद डेक पर खड़े होकर यमुना की लहरों को निहारा। यहां से वह घूम-घूमकर पूरे क्षेत्र का अवलोकन भी करते नजर आए। इसके बाद रिवर क्रूज पर विहार का भी आनंद उठाया। संगम नोज पर सीएम योगी और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने एक बार फिर उनका स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने साधु संतों से मुलाकात की और उनका अभिवादन किया। इस दौरान एक संत ने उन्हें मोतियों की माला भी भेंट की।

संगम की उतारी आरती

यहां से पीएम सीधे संगम नोज पर बने पंडाल में पहुंचे। यहां उपस्थित तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें आसन ग्रहण कराया। पीएम के अगल-बगल में सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी आसन ग्रहण किया। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पीएम मोदी ने पूजा अर्चना की। तीर्थ पुरोहितों ने उनसे आचमन भी कराया। पीएम मोदी ने खड़े होकर त्रिवेणी का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। पीएम मोदी, सीएम योगी और राज्यपाल ने अक्षत, चंदन, रोली और पुष्पमाला के साथ ही त्रिवेणी में वस्त्र भी अर्पित किया। इसके बाद पीएम ने संगम आरती भी की। अंत में पीएम मोदी ने विशेष रूप से सजाए गए प्रांगण में फोटोशूट भी कराया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी मौजूद रहे।

167 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण

पीएम नरेंद्र मोदी प्रयागराज में 5500 करोड़ की लागत से तैयार कराए गए 167 विकास परियोजनाओं का लोकर्पण करेंगे। महाकुंभ को लेकर इन परियोजनाओं को अंतिम रूप दिया गया है। इसमें अक्षयवट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर और श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का उद्घाटन करेंग। साथ ही, कुंभ SahAlyak चैटबॉट की भी वे लॉन्चिंग होने वाली है। पीएम नरेंद्र मोदी 1610 करोड़ से यात्री सुविधाओं के लिए 9 रेलवे स्टेशनों के उन्नयन और विकास कार्यक्रम को पूरा कराए जाने के मामले में उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा वे 1376 करोड़ 61 सड़कों के चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरणऔर सौंदर्यीकरण की योजना का उद्घाटन करेंगे। प्रयागराज में 1170 करोड़ से 10 आरओबी फ्लाई ओवर का निर्माण किया गया है। इसका भी उद्घाटन किया जाएगा। इसके अलावा 100 करोड़ से चार नालों का अवरोधन, दिशा परिवर्तन और सुदृढ़ीकरण की योजना को पूरा कराया गया है। संगम नगरी में 304 करोड़ की लागत से सात स्थायी नालों और 8 नदी तट सड़कों का सुदृढ़ीकरण कार्य कराया गया है। साथ ही, 215 करोड़ की लागत से 13 सीवरेज परियोजनाओं का उन्नयन और पेयजल सुविधाओं का विकास किया गया है। 203 करोड़ की लागत से चार नए ट्रांसफॉर्मर, दो सब स्टेशनों की स्थापना और बिजली ढांचे का उन्नयन किया गया है। इन योजनाओं का भी आज लोकार्पण पीएम कर रहे हैं। संगम तट पर 12 साल के बाद लगने जा रहे सनातन के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने की तैयारी है। सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से लगातार इस आयोजन को लेकर तैयारियों का जायजा लिया गया। अब 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले से ठीक एक माह पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने संगम नगरी पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और राज्य सरकार को कई निर्देश भी दिए। महाकुंभ में आने वाले साधु-संतों और श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है। संवाददाता : रमण श्रीवास्तव

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