महाकुम्भ में घाटों पर श्रद्धालुओं को मिलेगी छतरी,प्रकाश व्यवस्था,पेयजल और पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था
महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए इस बार विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप स्वस्थ महाकुम्भ की योजना को साकार करने के लिए मेला क्षेत्र में युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है।
2024-12-11 11:04:00
महाकुम्भ नगरी : महाकुम्भ के पूर्व कुम्भ नगरी प्रयागराज के घाट अपने भव्य स्वरूप में नजर आएंगे। योगी सरकार ने बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी की तर्ज पर कुम्भ नगरी प्रयागराज के प्राचीन घाटों का पुनरुद्धार किया है। पीएम मोदी के आगमन के पूर्व यह बनकर तैयार हो जाएंगे। वहीं महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए इस बार विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप स्वस्थ महाकुम्भ की योजना को साकार करने के लिए मेला क्षेत्र में युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। इस बार के महाकुम्भ में श्रद्धालुओं से लेकर महात्माओं तक के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की बड़े पैमाने पर तैनाती की जा रही है। इसी क्रम में यहां पमहाकुम्भ नगर के परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनकर लगभग तैयार हो चुका है। सीएम योगी के आने से पूर्व 10 बेड के आईसीयू को पूरी तरह रेडी कर लिया गया है।
11 करोड़ से अधिक की लागत से हो रहा है घाटों का पुनरुद्धार
महाकुम्भ आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की गतिविधियां गंगा और यमुना के घाट होते हैं। इन घाटाें पर गंगा और यमुना की पावन धारा में श्रद्धालु डुबकी लगाते हैं। योगी सरकार ने इन घाटों का कायाकल्प किया है। जल निगम के कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन डिवीजन की तरफ से गंगा और यमुना नदी के इन सात घाटों को नव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। प्रोजेक्ट मैनेजर रोहित कुमार राणा ने बताया कि 11.01 करोड़ की लागत से घाटों का कायाकल्प हो चुका हैं। प्रोजेक्ट का कार्य समापन पर है। 11 दिसंबर पर पीएम मोदी के आगमन के पूर्व यह भी पूर्ण हो जाएगा।
इन घाटों का हुआ कायाकल्प
गंगा और यमुना नदी के जिन 7 घाटों का कायाकल्प किया जा रहा है, उनमें बलुआ घाट, कालीघाट, रसूलाबाद घाट, छतनाग घाट झूंसी, नागेश्वर घाट झूंसी, मौज गिरी घाट और पुराना अरैल घाट शामिल हैं। इन सभी घाटों का सौंदर्यीकरण और कायाकल्प का कार्य पूरा हो चुका है। 11 दिसंबर तक फिनिशिंग का कार्य भी पूर्ण कर लिया जाएगा।
प्रकाश व्यवस्था, हरित पट्टी और चेंजिंग रूम तैयार
कुम्भ मेला प्रशासन की प्राथमिकता महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उच्च दर्जे की सुविधा प्रदान करना है। ऐसे में घाटों सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। वहीं इन घाटों को सुदंर और स्वच्छ बनाने के लिए हरित पट्टी को भी विकसित किया गया है। इन घाटों पर काशी की तरह छतरी, हाईमास्ट, पेयजल आदि की व्यवस्था की गई है। वहीं स्वच्छ पानी के लिए आरओ लगाया गया है, जबकि सचल टॉयलेट और चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की गयी है। इसी तरह बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था भी है।
पुख्ता तैयारी
सेंट्रल हॉस्पिटल की जिम्मेदारी देख रहे वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गौरव दुबे बताते हैं कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न आने पाए इसके लिए हमारी तैयारी पुख्ता है। परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनकर लगभग तैयार है। सीएम योगी के आने से पहले ही शुक्रवार शाम तक सेंट्रल हॉस्पिटल में 10 बेड का तैयार कर लिया गया है। आर्मी और मेदांता हॉस्पिटल ने मिलकर श्रद्धालुओं की जरूरत के हिसाब से इसे तैयार किया है। यहां पर आपात स्थितियों में हर तरह की आवश्यक चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए सभी जरूरी मशीनें स्थापित कर ली गई हैं।
24 घंटे काम करेगा अस्पताल
परेड क्षेत्र में बन रहे 100 बेड वाले अस्पताल की जिम्मेदारी देख रहे वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गौरव दुबे के अनुसार, परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल तैयार है। मेला के दौरान यहां 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती रहेगी, जहां अनलिमिटेड ओपीडी की क्षमता के हिसाब से सुविधाएं मौजूद रहेंगी। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में मेल, फीमेल और चिल्ड्रन वार्ड अलग-अलग तैयार किए गए हैं। इसके अतिरिक्त डिलीवरी रूम, इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर्स रूम भी बन रहे हैं। जांचों की भी विशेष व्यवस्था की गई है। ओपीडी के साथ ही एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और ईसीजी रूम को भी तैयार कर लिया गया है।
अन्य अस्पतालों का भी काम तेजी से आगे बढ़ा
केंद्रीय अस्पताल के साथ ही अरैल और झूंसी में 25 बेड के दो अस्पताल समेत विशेष सुविधाओं वाले 20-20 बेड के आठ छोटे अस्पताल भी श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए तैयार हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए भी दो अस्पतालों का इंतजाम किया गया है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी।
संवाददाता : रमण श्रीवास्तव